अंतागढ़ ब्लॉक के ग्राम आमाकड़ा में होने वाले मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से समाज प्रमुख भारी नाराज–





पखांजुर से बिप्लब कुण्डू 7.4.22
अंतागढ़ ब्लॉक के ग्राम आमाकड़ा में होने वाले मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से समाज प्रमुख भारी नाराज–
पखांजुर।
आदिवासी समाज के कार्यक्रम में अन्तागढ़ ब्लाक के आमाकड़ा 8 अप्रैल को आने वाले थे मुख्यमंत्री
समाज प्रमुखों के जानकारी के बगैर बनाए गए इस कार्यक्रम से समाज के प्रमुख नाराज
आदिवासी समाज के लोगों ने कहा की अपने राजनीति स्वार्थ के लिए हमारी आदिवासी संस्कृति से खिलवाड़ ना किया जाए
8 अप्रैल को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अंतागढ़ ब्लॉक के आमाकड़ा में होने वाले आदिवासी समाज के कार्यक्रम झलमलको लयाह लेऔर घोटुल रच्चा उत्सव में शामिल होने वाले थे, किंतु आदिवासी समाज के संयुक्त पैन कड़ा ने इस कार्यक्रम से दूरी बनाने का फैसला किया है।
आज जनपद पंचायत में आदिवासी समाज के प्रमुखों एवं क्षेत्र के गायता पटेल परगना मांझी ग्राम के पेन पुरखों एवं समाज के प्रमुख लोगों की बैठक सभागार में रखी गई जिससे इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने वाले समाज के लोगों को समझाया जा सके जिसमे एसडीएम उत्तम पंचारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी पीआर साहू, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी अमर सिदार उपस्थित थे ।
समाज के प्रबुद्ध लोगों का कहना है की इस आयोजन से से पहले क्षेत्र के पेन पुरखों परगन मांझी मांझी गायता पटेल एवं ग्राम पेनकड़ा को पूछे बगैर कार्यक्रम का आयोजन किया जाना हमारे देवी देवताओं का अपमान है, यही वजह है कि जिस उद्देश्य से मुख्यमंत्री आमाकड़ा में आ रहे हैं हम उस कार्यक्रम का बहिष्कार करेंगे क्योंकि इस विषय में माननीय मुख्यमंत्री को जानकारी नहीं है तो समाज द्वारा विरोध नहीं किया जाएगा किंतु क्षेत्र के 88 गांव के पैन कड़ा इस आयोजन में हिस्सा नहीं लेंगे।
इस बैठक में समाज प्रमुखों ने बताया की संयुक्त पेन कड़ा 18 गढ़िया तादो घोटूल रच्चा बड़े जैतपुरी आमाकड़ा तहसील अंतर्गत जिला उत्तर बस्तर कांकेर छत्तीसगढ़ के नाम से लेटर पैड जारी किया गया है एवं उसमें कांति नाग को संरक्षक बनाया गया है साथ ही समाज के अन्य लोगों को उनके बिना सहमति के अध्यक्ष उपाध्यक्ष सचिव प्रवक्ता कोषाध्यक्ष बनाकर कार्यकारिणी का गठन कर लिया गया जिसकी जानकारी आदिवासी समाज के प्रमुखों को तक नही है न ही लेटर पेड में जो सदस्य बनाये गए हैं उनका भी इस बात की जानकारी नही है।
बता दें मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम के लिए बकायदा कार्ड भी छापा जा चुका है जिसमें संरक्षक कांति नाग हैं। समाज के लोगों को संदेह है कि ऐसे कार्यक्रम कराने के नाम पर राजनीति चमकाने के खेल खेला जा रहा है, किन्तु आदिवासी समाज अपने पुरखों द्वारा बनाई गई सांस्कृतिक विरासत को राजनीति का अखाड़ा बनने नही दिया जाएगा।
ग्राम ताडोकी के सरपंच धन्नूराम ध्रुव ने कहा इस कार्यक्रम को करने से पहले ग्राम आमाकड़ा के जमींदारिन, गायता, पटेल एवं ग्रामवासी के बिना सहमति के कार्यक्रम स्थल का चयनित करना एवं इस कार्यक्रम को क्षेत्रवासियों एवं जनप्रतिनिधियों को अवगत ना कराना साथ ही 18 गढ़िया बाबा पेन को बिना पूछे वृहद कार्यक्रम देना उचित नहीं है ,उन्होंने कहा कार्यक्रम के दौरान पेन शक्ति द्वारा प्रकोप हो सकता है तो इसके लिए आयोजक समिति जिम्मेदार रहेगी।
इस सभा में आदिवासी समाज द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अंतागढ़ को ज्ञापन सौंपा जिसमें मांग की गई कि बिना समाज के सहमति के लेटर पैड में अध्यक्ष उपाध्यक्ष सचिव प्रवक्ता कोषाध्यक्ष कार्यकारिणी का गठन करना एवं लेटर पैड के माध्यम से राशि का आहरण करने का जो संदेश अट्ठारह गढ़िया पेनकड़ा में सम्मिलित मूंड, ध्रुवा, पट्टाबी ,एवं समस्त कोलर परगना के 84 ग्राम के भूमकाल मांग करते हैं किस संरक्षक अध्यक्ष सचिव एवं प्रवक्ता के संबंध में न्यायिक जांच हो।
वही ब्लॉक आदिवासी समाज के अध्यक्ष संत दुगा ने कहा कि ऐसे आयोजन से पूर्व आदिवासी संस्कृति में देवी देवताओं पेन खड़ा मांझी मोरिया गायत्री एवं पटेल से अनुमति ली जाती है किंतु यह आयोजन सिर्फ राजनीतिक उद्देश्य पूरा करने के लिए किया जा रहा है जिससे हमारे आदिवासी समाज के पेन कड़ा देवी देवता आदि का अपमान हुआ है जो आदिवासी समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा इसी वजह से 88 गांव के भूमकाल इस आयोजन से खुद को दूर रखेंगे किंतु यदि ऐसे आयोजन ने मुख्यमंत्री आते हैं और क्षेत्र के देवी देवता का अपमान होता है और क्षेत्र में कोई प्रकोप होता है तो उसके लिए जिम्मेदार आयोजन समिति होगी जो बिना किसी की जानकारी के बनाई गई है।
इस सभा में ज्ञापन देने वालों में संतलाल दूंगा रतीराम बुयि, चेतराम सियाराम, धनु रामध्रुव ,रामधन लीलाराम,शुभी, श्याम सिंह आचला, संतराम सलाम, नरेंद्र नाग, गुप्तेष उसैंडी एवं अन्य समाज से जुड़े लोग शामिल थे।